बीस साल बीत गए, अभी भी जखोली महाविद्यालय में सुविधाओं का अभाव

बीस सालों से सुविधा के लिए तरस रहा है जखोली विकासखंड का एक मात्र महाविद्यालय ।

साइंस के विषयों को अभी तक नही मिली अनुमति।

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फाईल फोटो
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले के जखोली ब्लॉक में मात्र एक महाविद्यालय है, जहां लगभग 400 छात्र - छात्राएं अध्ययनरत हैं। राजकीय महाविद्यालय जखोली को 20 वर्ष पूर्ण होने पर भी आज विभिन्न समस्याएं जस के तस बनी हुई है , जिन पर आज तक कोई भी कार्यवाही नही हुई ,जिससे अध्ययनरत छात्र छात्राओं का भविष्य अधर पे लटका हुआ है ।
पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष अंकित नेगी ने कहा कि आज तक किसी भी स्तर पर किसी भी प्रतिनिधि द्वारा सिर्फ आश्वासन मात्र ही दिया है, और कोई भी सकारात्मक कार्यवाही अमल में नहीं लाई गई है।
फ़ोटो क्रेडिट: अंकित नेगी
उन्होंने महाविद्यालय में मौजूदा समस्या को बताते हुए कहा कि स्नातकोत्तर स्तर पर राजनीति विज्ञान के अलावा अर्थशास्त्र , हिंदी , अंग्रेजी , भूगोल ,इतिहास ,संस्कृत , समाजशास्त्र आदि विषयों की संस्थागत रूप से स्वीकृति , स्नातक स्तर पर कला संकाय व विज्ञान संकाय के पूरे विषयों की स्वीकृति तथा आवाजाही हेतु सड़क मार्ग का डामरीकरण व मरम्मत जैसी अनेक समस्याओं को लेकर महाविद्यालय 20 सालों से जूझ रहा है । लेकिन तब से लेकर आज तक सत्ताधारी सरकार महाविद्यालय को अनदेखा कर रही है।
2018 वार्षिक समारोह में बतौर मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत द्वारा की गई घोषणाएं धरातल मात्र पर ही सिमट कर रह गई और यह सिर्फ घोषणा मात्र ही रह गई ।
आखिर कब तक यूँ ही रुद्रप्रयाग जिले के इस दूरस्थ महाविद्यालय को अनदेखा किया जाएगा । सरकार को क्षेत्र के होनहार बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए तुरंत इन विभिन्न समस्याओं को मद्देनजर रखते हुए सकारात्मक रूप से कार्यवाही करनी चाहिए।